जब हम विद्यार्थी थे , हम उन्हीं की तरह बनना चाहते थे। उन्हीं की तरह बोलना और लिखना चाहते थे। तब के दिनों वह गोरखपुर में स्टार हुआ करते थे । लखनऊ से गए थे लेकिन आकाशवाणी , गोरखपुर की समृद्ध आवाज़ हुआ करते थे। एकदम नवनीत हुआ करते थे । एक समय हमारे लिखे रेडियो नाटकों में वह नायक बन कर उपस्थित हुए। फिर भी हम उन की तरह न बन पाए , न उन की तरह लिख पाए। पर उन का स्नेह खूब पाया है। कोई चार दशक से अधिक समय से वह मुझे अपने स्नेह की अविरल डोर में बांधे हुए हैं। जी हां , हमारे अग्रज और मुझे ख़ूब स्नेह करने वाले , अदभुत कथा शिल्पी , अपनी कहानियों में बार-बार रुला देने वाले , पुरकश आवाज़ और अंदाज़ के धनी , सरलमना , आदरणीय नवनीत मिश्र जी को उत्तर प्रदेश , हिंदी संस्थान का प्रतिष्ठित सम्मान साहित्य भूषण सम्मान देने की आज घोषणा हुई है। सच तो यह है कि साहित्य भूषण भी आज सम्मानित हुआ है। नवनीत जी , आप को बहुत आदर पूर्वक भरपूर बधाई ! हार्दिक बधाई ! आप ऐसे ही श्रेष्ठ और महत्वपूर्ण रचते रहें। आप मित्र भी नवनीत जी को इस नंबर पर उन्हें अपनी बधाई दे सकते हैं। नवनीत जी का मोबाईल नंबर है : 9450000094
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