Monday 9 May 2022

देश को अब चाहिए योगी जैसा एक सबल और प्रभावी गृह मंत्री

दयानंद पांडेय 

सच बताऊं , देश अब योगी को केंद्र में बतौर गृह मंत्री देखना चाहता है। कम से कम दिल्ली दुरुस्त करने के लिए अब यह ज़रुरी हो गया है। अमित शाह जैसा निर्बल और नाकारा गृह मंत्री देश नहीं चाहता। कभी एक मोहम्मद ताहिर , कभी एक अमानतुल्लाह अमित शाह को भरी दिल्ली में पानी पिला देता है। और यह आदमी फिर भी प्यासा रहता है। 

पंजाब से पुलिस दिल्ली आ कर पूरी गुंडई से किसी को उठा ले जा सकती है। हरियाणा के मुख्य मंत्री खट्टर को पंजाब पुलिस के दांत खट्टे करने पड़ते हैं। तिस पर केजरीवाल का काम तमाम करेंगे। बहुत हो गया सब का विश्वास। भाड़ में जाए , ऐसा विश्वास !

एक सबल और प्रभावी गृह मंत्री समूचे देश को दुरुस्त कर सकता है। राजस्थान हो या पश्चिम बंगाल। गृह मंत्री दुरुस्त हो तो सब दुरुस्त रहता है। याद कीजिए सरदार पटेल गृह मंत्री थे। हैदराबाद में निजाम ने बहुत उछल-कूद की थी पाकिस्तान में मिलने की। पटेल ने नेहरु को दरकिनार कर सेना भेज दी थी। हैदराबाद के निजाम दो दिन में हैसियत में आ गए थे। सारी उछल-कूद पायजामा और टोपी में सिमट कर रह गई थी।

दिल्ली ठीक तो पश्चिम बंगाल और राजस्थान चुटकी बजाते ही ठीक हो जाएंगे। जे एन यू , फे एन यू सब सुधर जाएंगे। इसी तरह गहलोत की जादूगिरी और ममता की मनबढ़ई डिप्लोमेसी से नहीं , रगड़ाई से दुरुस्त होगी। लोकतांत्रिक लोगों से लोकतांत्रिक सुलूक़ होता है। बेहूदे और अलोकतांत्रिक लोगों से नहीं। संस्कृत में एक कहावत है - शठे शाठ्य समाचरेत यानि शठ के साथ शठ जैसा व्यवहार करना चाहिए। गंगा-जमुनी को योगी वैसे भी गोरखपुर की राप्ती में बहुत पहले ही डुबा चुके हैं। दिल्ली पहुंच कर एक बार फिर जमुना में डुबो देंगे। देखिएगा , पूरा देश गंगामय हो जाएगा।

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