दयानंद पांडेय
रस्सी जल गई , पर ऐंठ नहीं गई वाली कहावत चरितार्थ करने वाले जितेंद्र पात्रो की धूर्तता का एक और जायजा लें उन की इस पोस्ट में। लखनऊ के हज़रतगंज थाने के हवालात में 30 घंटे गुज़ार कर माफ़ीनामा दे कर , थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज को आरती दे कर इन में इतनी अकड़ आ गई है कि बता रहे हैं कि अगली बार यह मेरे ख़िलाफ़ साइबर सेल में एफ आई आर दर्ज करवा कर पुलिस ले कर फिर किसी आधी रात मेरे घर तशरीफ़ लाएंगे। जनाब मुझ पर ही फ्राड खेला खेलने का आरोप लगा रहे हैं। बता रहे हैं कि हाथी चले बाज़ार , कुत्ते भौंके हज़ार ! यह भी बता रहे हैं कि मेरे 50 चमचे इन्हें धमकी दे चुके हैं। सब को यह भी बताते घूमते फिर रहे हैं कि कोई माफ़ीनामा नहीं दिया है। न वह कहीं किसी थाने में बंद हुए। यह मेरा माफ़ीनामा नहीं है। तो फ़्राडाचार्य महोदय , अपनी राइटिंग में कुछ लिख कर पोस्ट कर साबित कर दीजिए कि आप की यह राइटिंग नहीं है। या फिर इस माफीनामे को ले कर किसी कोर्ट में मुक़दमा कर दीजिए कि यह मेरा माफ़ीनामा नहीं है। यह खुली चुनौती है। फिर मेरे पास एक आडियो भी है जिस में जितेंद्र पात्रो अपने माफीनामे को स्वीकार कर रहे हैं। लेकिन किन्हीं कारणों से उसे सार्वजनिक नहीं कर रहा।
जितेंद्र पात्रो
9833402902
7021263557
7977237995
जयश्री पात्रो
7021203557
और हां , ए डी जी , 112 नंबर , थानाध्यक्ष हज़रतगंज , लखनऊ और चौकी इंचार्ज डालीबाग , लखनऊ का भी नंबर यहां प्रस्तुत है। आप इन से पूछ सकते हैं कि किसी जालसाज को इतनी ऊर्जा कैसे दे देते हैं , आप लोग कि आदमी क़ानून की आंख में धूल झोंकने में इतना निपुण हो जाता है कि एक ग़लती के लिए लिखित माफीनामा लिख कर दूसरे अपराध की धमकी सरे आम देने लगता है। पूछिए ज़रुर। डरिए बिलकुल नहीं। क्यों कि मैं हूं न , किसी का कुछ भी नहीं होने दूंगा। सो इन्हें नंगा कीजिए। नंगा कीजिए कि क़ानून की मर्यादा और आदमी की इज्ज़त करना सीखें। अपनी शपथ याद करें। मनुष्यता , नागरिकता और सेवा में यक़ीन करना सीखें। आरती लेना बंद करें।
ए के सिंह , ए डी जी , 112 नंबर
9454400133
श्याम शुक्ला , थानाध्यक्ष , हज़रतगंज , लखनऊ
7007649991
आदिल , चौकी इंचार्ज , डालीबाग , लखनऊ
8127235555
जितेंद्र पात्रो का माफ़ीनामा |
कृपया इस लिंक को भी पढ़ें :
1 . कथा-लखनऊ और कथा-गोरखपुर को ले कर जितेंद्र पात्रो के प्रलेक प्रकाशन की झांसा कथा का जायजा
2 . प्रलेक के प्रताप का जखीरा और कीड़ों की तरह रेंगते रीढ़हीन लेखकों का कोर्निश बजाना देखिए
3 . जितेंद्र पात्रो , प्रलेक प्रकाशन और उन का फ्राड पुराण
4 . योगी जी देखिए कि कैसे आप की पुलिस आप की ज़ोरदार छवि पर बट्टा लगा रही है
5 . तो जितेंद्र पात्रो अब साइबर सेल के मार्फ़त पुलिस ले कर फिर किसी आधी रात मेरे घर तशरीफ़ लाएंगे
7 . जितेंद्र पात्रो , ज्योति कुमारी और लीगल नोटिस की गीदड़ भभकी का काला खेल
8 . माफ़ी वीर जितेंद्र पात्रो को अब शची मिश्र की चुनौती , अनुबंध रद्द कर सभी किताबें वापस ले लीं
9 . कुंठा , जहालत और चापलूसी का संयोग बन जाए तो आदमी सुधेंदु ओझा बन जाता है
No comments:
Post a Comment