Sunday 22 May 2022

तो जितेंद्र पात्रो अब साइबर सेल के मार्फ़त पुलिस ले कर फिर किसी आधी रात मेरे घर तशरीफ़ लाएंगे

दयानंद पांडेय 


रस्सी जल गई , पर ऐंठ नहीं गई वाली कहावत चरितार्थ करने वाले जितेंद्र पात्रो की धूर्तता का एक और जायजा लें उन की इस पोस्ट में। लखनऊ के हज़रतगंज थाने के हवालात में 30 घंटे गुज़ार कर माफ़ीनामा दे कर , थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज को आरती दे कर इन में इतनी अकड़ आ गई है कि बता रहे हैं कि अगली बार यह मेरे ख़िलाफ़ साइबर सेल में एफ आई आर दर्ज करवा कर पुलिस ले कर फिर किसी आधी रात मेरे घर तशरीफ़ लाएंगे। जनाब मुझ पर ही फ्राड खेला खेलने का आरोप लगा रहे हैं। बता रहे हैं कि हाथी चले बाज़ार , कुत्ते भौंके हज़ार ! यह भी बता रहे हैं कि मेरे 50 चमचे इन्हें धमकी दे चुके हैं। सब को यह भी बताते घूमते फिर रहे हैं कि कोई माफ़ीनामा नहीं दिया है। न वह कहीं किसी थाने में बंद हुए। यह मेरा माफ़ीनामा नहीं है। तो फ़्राडाचार्य महोदय , अपनी राइटिंग में कुछ लिख कर पोस्ट कर साबित कर दीजिए कि आप की यह राइटिंग नहीं है। या फिर इस माफीनामे को ले कर किसी कोर्ट में मुक़दमा कर दीजिए कि यह मेरा माफ़ीनामा नहीं है। यह खुली चुनौती है। फिर मेरे पास एक आडियो भी है जिस में जितेंद्र पात्रो अपने माफीनामे को स्वीकार कर रहे हैं। लेकिन किन्हीं कारणों से उसे सार्वजनिक नहीं कर रहा। 

बहरहाल मेरे पास तो एक भी कोई चमचा नहीं है। और जो कुछ मेरे मित्र और शुभचिंतक हैं , उन में से भी कोई एक ऐसा नहीं है जो धमकी आदि देने जैसा कोई कुकृत्य कर सकते हैं। गाली-गलौज कर सकें। करना भी नहीं चाहिए। जितेंद्र पात्रो को मेरी तरफ से धमकी देने वालों का नाम सार्वजनिक ज़रुर करना चाहिए। नहीं यह कमीनापन चैप्टर क्लोज कर लेना चाहिए। लेकिन थानाध्यक्ष हज़रतगंज को आरती देने के बाद क्या इतनी ऊर्जा मिल जाती है कि आदमी इस कदर मदमस्त हो जाता है। कि आदमी कुछ भी बकने लगता है। खुद को हाथी , दूसरों को कुत्ता समझने लगता है। जितेंद्र पात्रो और उन की पत्नी जयश्री पात्रो का नंबर पुन: प्रस्तुत है। आप चाहें तो इन लोगों से पूछ सकते हैं कि ऐसा कैसे कर लेते हैं आप लोग ?

जितेंद्र पात्रो 

9833402902 

7021263557 

7977237995 

जयश्री पात्रो 

7021203557 

और हां , ए डी जी , 112 नंबर , थानाध्यक्ष हज़रतगंज , लखनऊ और चौकी इंचार्ज डालीबाग , लखनऊ  का भी नंबर यहां प्रस्तुत है। आप इन से पूछ सकते हैं कि किसी जालसाज को इतनी ऊर्जा कैसे दे देते हैं , आप लोग कि आदमी क़ानून की आंख में धूल झोंकने में इतना निपुण हो जाता है कि एक ग़लती के लिए लिखित माफीनामा लिख कर दूसरे अपराध की धमकी सरे आम देने लगता है। पूछिए ज़रुर। डरिए बिलकुल नहीं। क्यों कि मैं हूं न , किसी का कुछ भी नहीं होने दूंगा। सो इन्हें नंगा कीजिए। नंगा कीजिए कि क़ानून की मर्यादा और आदमी की इज्ज़त करना सीखें। अपनी शपथ याद करें। मनुष्यता , नागरिकता और सेवा में यक़ीन करना सीखें। आरती लेना बंद करें। 

ए के सिंह , ए डी जी , 112 नंबर 

9454400133 

श्याम शुक्ला , थानाध्यक्ष , हज़रतगंज , लखनऊ 

7007649991 

आदिल , चौकी इंचार्ज , डालीबाग , लखनऊ 

8127235555

जितेंद्र पात्रो का माफ़ीनामा 

कृपया इस लिंक को भी पढ़ें :


1 . कथा-लखनऊ और कथा-गोरखपुर को ले कर जितेंद्र पात्रो के प्रलेक प्रकाशन की झांसा कथा का जायजा 

2 .  प्रलेक के प्रताप का जखीरा और कीड़ों की तरह रेंगते रीढ़हीन लेखकों का कोर्निश बजाना देखिए 

3 . जितेंद्र पात्रो , प्रलेक प्रकाशन और उन का फ्राड पुराण 

4 . योगी जी देखिए कि कैसे आप की पुलिस आप की ज़ोरदार छवि पर बट्टा लगा रही है

5 . तो जितेंद्र पात्रो अब साइबर सेल के मार्फ़त पुलिस ले कर फिर किसी आधी रात मेरे घर तशरीफ़ लाएंगे

6 . लीगल नोटिस और धमकी से लेखक लोगों की घिघ्घी बंध जाती है , पैंट गीली हो जाती है , यह तथ्य जितेंद्र पात्रो ने जान लिया है

7 . जितेंद्र पात्रो , ज्योति कुमारी और लीगल नोटिस की गीदड़ भभकी का काला खेल 

8 . माफ़ी वीर जितेंद्र पात्रो को अब शची मिश्र की चुनौती , अनुबंध रद्द कर सभी किताबें वापस ले लीं 

9 . कुंठा , जहालत और चापलूसी का संयोग बन जाए तो आदमी सुधेंदु ओझा बन जाता है

No comments:

Post a Comment