Saturday, 5 April 2025

चित्रा के बहाने नफ़रत और घृणा का फैलता कारोबार

दयानंद पांडेय


चित्रा त्रिपाठी की सलमान ख़ान से विवाह की संभावना की पोस्टों की फ़ेसबुक पर इन दिनों धूम है l इन में ज़्यादातर फेक अकाउंट हैं लेकिन महिलाओं के नाम से हैं l फिर इन पोस्टों पर चटखारे लेते हुए अधिकतम हलाला गैंग और ओ बी सी टाइप लोगों के अभद्र कमेंट की बरसात है l कुछ ब्राह्मण सरनेम वाले भी हैं l

एक से एक अभद्र टिप्पणियां हैं l जाहिर है यह आई टी सेल की करामात है l हज़ारों , सैकड़ों के लाइक , कमेंट आई टी सेल की पोस्टों या प्रायोजित पोस्टों पर ही होते हैं l आई टी सेल के मार्फ़त या प्रायोजित पोस्ट करवाने वाले यह कौन लोग हैं , बताने की ज़रूरत नहीं है l

नफ़रत और घृणा का यह अजब चक्रव्यूह है l सोशल मीडिया पर यह जाने कौन सा समय है l कि किसी का दुःख भी लोगों का सुख बन गया है l किसी का निजी जीवन भी लोगों को अपनी घृणा बघारने का सबब बन गया है l किसी का दांपत्य टूटना हर्ष और घृणा का विषय भी हो सकता है भला , यह देखना अचरज में डालता है l स्त्री विमर्श के पहरुआ जाने किस दड़बे में छुपे पड़े हैं l

चित्रा का कुसूर उन का त्रिपाठी होना ही हो गया है l

1 comment:

  1. जी पूरा मामला तो हमको नहीं मालूम लेकिन एक बात तो तय है की इस देश में सवर्ण और उसमें भी ब्राम्हण को जीने का कोई अधिकार नहीं है। ब्राम्हण को दोयम दर्जे का भी भारत देश का नागरिक अथवा प्राणी नहीं समझा जाता तभी कोई भी नल्ला निकम्मा ब्राम्हणों के विरुद्ध सामूहिक नरसंहार से लेकर उनपर मल मूत्र त्यागने तक की नफरत से भरी घोषणा कर देता है और उनके पीछे पड़ जाता है लेकिन इस देश की कानून व्यवस्था ऐसे तत्वों के विरुद्ध कोई कार्रवाई करने के बजाय उन्हें कानूनी संरक्षण प्रदान करती है।

    ReplyDelete