Friday 27 March 2020

शराबी , औरत की पिटाई , डाक्टर और गरारा करने की तजवीज

इन दिनों दिन-रात साथ-साथ रहने से कुछ परिवारों में दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं। ऐसा रोज सुनने में आ रहा है। बात कोरोना से भी गंभीर होती जा रही हैं। सो बात समझिए , लतीफा समझिए लेकिन सुनिए और अमल में लीजिए देवियों। घर में , घर आसान लगेगा।

क्या हुआ कि एक औरत किसी डाक्टर के पास गई और अपने शराबी पति की समस्याएं बताते हुए बताया कि रोज पी कर आता है और मुझे पीटता है। बहुत पीटता है। क्या करुं। कैसे छुड़ाऊं उस की शराब कि वह पीना और पीटना बंद कर दे। ऐसी कोई दवा दे दीजिए। कोई और डाक्टर होता तो आलतू, फालतू दवा दे कर उस बिचारी को लूटता रहता। लेकिन वह थोड़ा शरीफ था। सो डाक्टर ने कहा कि दवा तो नहीं है इस की कोई लेकिन तुम्हें पिटने से बचाने का एक मुफ्त की देसी दवाई है मेरे पास। इसे ही दवा मान लो और शुरू करो। औरत मान गई।

डाक्टर ने बताया कि उस का पति जब भी घर में घुसे वह गरारा करने लगे। कोई 15 दिन तक ऐसा करो। और जो फायदा न हो तो आ कर बताओ। औरत ने ऐसा ही किया और 15 दिन बाद डाक्टर के पास पहुंची। डाक्टर ने पूछा कि दवा ने काम किया ? औरत खुश हो कर बोली , पूरा फायदा हुआ। शत-प्रतिशत। पर अब ? डाक्टर ने कहा , 15 दिन और यही दवा आजमाओ और गरारे करती रहो। औरत 15 दिन बाद फिर पहुंची खुश-खुश। और बोली कि मेरा पिटना तो पूरी तरह खत्म हो गया। पर उस का पीना नहीं छूट रहा। डाक्टर ने कहा कि पिटना खत्म हुआ तो शराब भी छूटेगी। थोड़ा समय लगेगा। फिर कहा कि महीने बाद मिलो। और हां , पति के घर आते ही , यह गरारे करती रहो। बिना नागा। एक भी दिन मिस मत करना। लेकिन औरत अगले ही हफ्ते डाक्टर के पास आ गई। डाक्टर देखते ही घबराया। बोला , गरारा छोड़ दिया क्या ? औरत बोली , नहीं।

फिर ? डाक्टर ने पूछा। औरत अपने साथ एक औरत ले कर गई थी सो बोली , यह मेरी पड़ोसन है। इस का पति भी पी कर आता है और इसे रोज पीटता है। डाक्टर मुस्कुराया और उस दूसरी औरत को भी पति के घर आते ही गरारे करने की तजवीज दी। फिर तीसरी औरत आई। चौथी औरत भी आई। डाक्टर ने सभी को गरारे करने की तजवीज दी। अब पहली औरत एक दिन डाक्टर के पास आई और बोली कि यह क्या आप तो सब को एक ही दवा बता रहे हैं गरारा करना।

डाक्टर ने हंसते हुए पूछा , इस गरारे के बाद तुम कभी पिटी ? नहीं न ? औरत बोली , नहीं। डाक्टर ने पूछा , पति के शराब में कुछ कमी आई ? कभी नागा किया पीने में ? औरत ने हां में सिर हिलाया। तब डाक्टर ने कहा कि अभी तक तुम इतनी सी बात नहीं समझ पाई कि पति से बेमतलब उलझना , टोका-टाकी ही तुम्हारी पिटाई का कारण है। पति के आते ही तुम गरारा करने लगती हो , टोका-टाकी नहीं करती , उलझती नहीं , सो पिटती नहीं। अगर इतनी सी बात समझ आ गई हो तो आज से गरारा बंद कर दो। चुप रहना सीख लो। मौका देख कर अपनी बात करो। शराब पिए हुए व्यक्ति से मत उलझो। जब सामान्य स्थिति में हो तब अपनी बात करो। नहीं चिढ़ती और चिढ़ाती रहोगी तो कोई डाक्टर कुछ नहीं कर पाएगा। औरत डाक्टर की बात समझ गई और हां में सिर हिला कर चुपचाप चली गई।

फिर डाक्टर की यह बात स्त्री और पुरुष दोनों ही पक्ष के लिए लागू होती है। अब हो सकता है कुछ लोग इस टिप्पणी को पुरुषवादी और स्त्री विरोधी होने का हवाला भी दे सकते हैं। वह इस के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन हर घर में शांति और सुख बहुत ज़रूरी है। ऐसा मैं मानता हूं। चाहे कोई कुछ भी सोचे। कुछ मैं उठता हूं , कुछ तू झुक जा ! से ही परिवार और समाज चलता है। किसी फर्जी विमर्श से नहीं।

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