Wednesday, 19 August 2015

नाग पंचमी , मुलायम और नारायण दत्त तिवारी

आज नागपंचमी है। आज के दिन लोग सांप को दूध पिलाते हैं । और समझते हैं कि उन्हों ने नाग देवता की पूजा कर ली । बहुत से लोग अपने मित्रों को तंज में ही सही आज दूध पिलाने की बात भी कर लेते हैं और प्रकारांतर से अपने मित्र को सांप बताने से नहीं चूकते । 

मुझे याद है एक बार मुलायम सिंह यादव कांग्रेस नेता नारायण दत्त तिवारी से मिलने लखनऊ में उन के महानगर वाले उन के ससुराल के घर नागपंचमी के दिन गए । उन दिनों वह भाजपा के समर्थन से पहली बार मुख्य मंत्री बने थे । लेकिन लाल कृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा के दौरान गिरफ्तारी से नाराज भाजपा ने केंद्र में विश्वनाथ प्रताप सिंह सरकार से और उत्तर प्रदेश में मुलायम सरकार से समर्थन वापस ले लिया था । मुलायम सरकार अल्पमत में आ गई थी तब । मुलायम ने धर्म निरपेक्षता की दुहाई दे कर अपनी सरकार बचाने के लिए राजीव गांधी से मिल कर कांग्रेस का समर्थन मांगा । राजीव गांधी समर्थन देने के लिए राजी हो गए और कहा कि उत्तर प्रदेश में नारायण दत्त तिवारी से भी एक बार औपचारिक रूप से ज़रूर मिल लें। तिवारी जी तब विधान सभा में कांग्रेस विधान मंडल के नेता थे और इस नाते तब के नेता प्रतिपक्ष भी । खैर , दिल्ली से लौट कर मुलायम तिवारी जी के घर औपचारिक रूप से गए समर्थन मांगने । चूंकि राजीव गांधी की सहमति मिल चुकी थी सो तिवारी जी की कोई ज़रूरत थी नहीं उन्हें , न कोई हैसियत समझी मुलायम ने तब तिवारी जी की । सो पूरी अकड़ में थे । तिवारी जी के घर जा कर वह बैठे भी नहीं । खड़े-खड़े ही औपचारिक बात की और अचानक चलने लगे । तो मुलायम के इस ' व्यवहार ' से तिलमिलाए तिवारी जी ने मुलायम से बहुत विनय पूर्वक कहा कि कम से कम दूध तो पीते जाइए ! उन दिनों मुलायम की पहलवानी के भी खूब चर्चे थे । पहलवान लोग दूध बहुत पीते हैं , तिवारी जी के ध्यान में यही था । 

लेकिन चूंकि उस दिन नागपंचमी थी तो मुलायम ने समझा कि तिवारी जी उन्हें सांप कहना चाह रहे हैं । सो मुलायम रुके नहीं । तिवारी जी से फनफना कर बोले , ' अब दूध तो विधान सभा में ही पिलाना ! ' और अपने लाव-लश्कर सहित चल दिए । यह अलग बात है कि यह तथ्य बहुत कम लोग जानते हैं कि दूध सांप के लिए जहर समान होता है । दूध पीने के बाद सांप अंततः मर जाता है । लेकिन उस बार उत्तर प्रदेश विधान सभा में उलटा हुआ । दूध तो कांग्रेस ने पिलाया मुलायम को अपना समर्थन दे कर । मुलायम सरकार बच गई । लेकिन इस के परिणाम में बाद के दिनों में उत्तर प्रदेश से कांग्रेस खुद साफ हो गई ।  मुलायम ने कांग्रेस को डस लिया । कांग्रेस ऐसे साफ हुई कि आज तक फिर उठ कर उत्तर प्रदेश में ठीक से खड़ी नहीं हो पाई ।

1 comment:

  1. ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, आज की हकीकत - ब्लॉग बुलेटिन , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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