Sunday, 4 November 2018

अब राम की शक्ति पूजा ही शेष है राहुल गांधी के लिए

सोमनाथ मंदिर में राहुल गांधी 

2019 में राहुल गांधी और उन के गठबंधन के लोग अगर सचमुच नरेंद्र मोदी और भाजपा को हराना चाहते हैं तो उन्हें तत्काल राम मंदिर बनाने की बागडोर अपने हाथ में ले कर अयोध्या में कार सेवा शुरू कर देनी चाहिए । तय मानिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ , विहिप , भाजपा और नरेंद्र मोदी , योगी वगैरह , 2019 के चुनाव में कहीं दिखाई नहीं देंगे । जगह-जगह ज़मानत ज़ब्त हो जाएगी । आखिर फर्जी ही सही , ब्राह्मण बता कर , यज्ञोपवीत पहन कर , मंदिर-मंदिर राहुल गांधी घूम ही रहे हैं । सो ऐसे में सत्ता पाने के लिए श्री राम निर्णायक हो सकते हैं राहुल गांधी और कांग्रेस के लिए । सत्ता पाने के बाद राफेल के जुर्म में नरेंद्र मोदी और अनिल अंबानी को जेल में ठूंस सकते हैं । बस यह 2019 की सत्ता लूटने के लिए सिर्फ़ पाव भर कलेजे की ज़रूरत है । कम्यूनल फोर्सेज को सत्ता पाने से रोकने के लिए यही अचूक नुस्खा ही अब शेष रह गया है , सेक्यूलर फोर्सेज के लिए ।

रही मुस्लिम वोट बैंक की अवधारणा की बात की तो यह अवधारणा अब समाप्त हो चली है । कांग्रेस के गुलाम नबी आज़ाद और दिग्विजय सिंह सरीखे इस बात की तसदीक लगातार कर रहे हैं । करते ही जा रहे हैं । लगातार । सो फिकर नाट । मत चूको चौहान । राम की शक्ति पूजा निराला लिख ही गए हैं । लिख कर अमर हो चुके हैं । अब राम की शक्ति पूजा राहुल गांधी को शुरू करनी शेष है , तय मानिए राहुल गांधी भी अमर हो जाएंगे । वैसे भी अभी तक अयोध्या में राम मन्दिर को ले कर जो भी कुछ निर्णायक हुआ है , सेक्यूलर कांग्रेस के राज में ही मुमकिन हुआ है । पंडित नेहरु के समय वहां मूर्तियां रखी गईं , राजीव गांधी के समय मंदिर का ताला खुला और शिलान्यास हुआ , नरसिंहा राव के समय में विवादित ढांचा गिराया गया । तो इस तरह अयोध्या में जो भी कुछ हुआ राम मंदिर के लिए सब कुछ कांग्रेस के राज में हुआ है । कम्यूनल भाजपा ने तो मुफ्त में मलाई काटी और हवाई माहौल बना कर खामखा क्रेडिट लिए बैठी है । कांग्रेस और राहुल गांधी को चाहिए कि भाजपा से यह खामखा का क्रेडिट वह छीन ले । और सत्ता भी संभाल ले । कांग्रेस और राहुल गांधी के लिए यह सुनहरा मौका है । श्री राम नाम केवलम । निराला ने लिखा ही है राम की शक्ति पूजा में :

"होगी जय, होगी जय, हे पुरूषोत्तम नवीन।"
कह महाशक्ति राम के बदन में हुई लीन।

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