No Copy
!->
सरोकारनामा
होम
|
आत्मकथ्य
|
परिचय
|
कहानी
|
उपन्यास
|
कविता
|
ग़ज़ल
|
संस्मरण
|
साक्षात्कार
समीक्षा
|
राजनीति
|
लेख
|
फ़िल्म
|
टिप्पणी
|
चुनावी संस्मरण
|
डायरी
|
कथा-लखनऊ
|
कथा-गोरखपुर
|
Tuesday, 20 June 2017
उन का सुख
पेंटिंग : बी प्रभा
बहुतायत लोगों की हर खुशी में
गिनती के कुछ लोग
दुःख खोज लेने के लिए अभिशप्त हैं ।
गज़ब यह कि वह यह भी चाहते हैं
कि उन के दुःख में
सभी लोग दुखी हो जाएं ।
यही उन का सुख है ।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment