tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post7099353459502604853..comments2024-03-24T01:16:11.773-07:00Comments on सरोकारनामा: शिष्य हो तो नामवर सिंह जैसा, मुद्राराक्षस जैसा नहींEditorhttp://www.blogger.com/profile/06419299550917531876noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-62802928339837351362020-03-29T03:44:12.459-07:002020-03-29T03:44:12.459-07:00उस गोष्ठी में मैं भी था!!मुद्रा राक्षस जी ने यह आ...उस गोष्ठी में मैं भी था!!मुद्रा राक्षस जी ने यह आपत्ति भी उठायी थी कि अमृतलाल नागर में रचनात्मकता नहीं ,केवल ब्यौरा भर है!!डा अनुपम सिंह लखनऊhttps://www.blogger.com/profile/02722276631529304771noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-84825293582343937122012-09-01T01:46:23.362-07:002012-09-01T01:46:23.362-07:00ये सब मुद्राराक्षस जी की व्यवहारकुशता के अभाव के ...ये सब मुद्राराक्षस जी की व्यवहारकुशता के अभाव के कारण रहा या कोई उनका कोई व्यक्तिगत कारण भी हैं...मैं समझ नहीं पाया.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-32442188338505641822012-08-31T21:06:21.261-07:002012-08-31T21:06:21.261-07:00मुद्राराक्षस भारतेंदु हरिश्चंद्र को भी भूल गये! उन...मुद्राराक्षस भारतेंदु हरिश्चंद्र को भी भूल गये! उन्हे मालूम होना चाहिए कि 'अंधेर नगरी चौपट राजा' नाटक गंगा तट पर भारतेंदु जी ने गुलाम भारत में ही खेला था।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-67411688609856843182012-08-31T09:27:43.185-07:002012-08-31T09:27:43.185-07:00aapke vichar sarahniya hai saath hi uspar jansehma...aapke vichar sarahniya hai saath hi uspar jansehmati bhi ho aisi shubhkamna haiDr. Amita Dubeyhttps://www.blogger.com/profile/03901506794845891007noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-62775150445179401032012-08-30T22:58:07.803-07:002012-08-30T22:58:07.803-07:00मैंने अमृत लाल नगर जी की सिर्फ दो ही रचनाए पढ़ी है ...मैंने अमृत लाल नगर जी की सिर्फ दो ही रचनाए पढ़ी है -'सुहाग के नूपुर' और 'मानस का हंस'-लेकिन इन दोनों रचनाओ में नगरजी ने जिस प्रकार से भाषा एवं मानवीय भावनाओ के स्तर पर अपनी मजबूती दिखाई है कि मेरी नजर में ये कालजयी रचनाए है और नागरजी का एक अलग ही स्थान है। सुभाष गुप्ता जी कि नागरजी के बारे में ऐसी सोच उनके पूर्वाग्रह को दर्शाता है जो कि एक साहित्यकार को शोभा नहीं देता ,उन्हे अपने VKShttps://www.blogger.com/profile/16909741262235455673noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-43023522052419782032012-08-30T19:18:59.139-07:002012-08-30T19:18:59.139-07:00कोई कह रहा था कि लखनऊ वासी सुभाष गुप्ता की उम्र ज्...कोई कह रहा था कि लखनऊ वासी सुभाष गुप्ता की उम्र ज्यों ज्यों बढ़्ती जा रही है उनकी मुद्रा एक राक्षस जैसी होती जा रही है - कूढ़मगज, झक्की, आततायी, अतार्किक, आत्मघाती, घमंडी, प्रमादी और बदतमीज। आपका आलेख इसकी गवाही देता है। भगवान जिसे वे मानते नहीं है उनकी बुद्धि भ्रष्ट करके सारी यश-कीर्ति हर लेंगे। सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-88426367626579285702012-08-30T18:58:52.141-07:002012-08-30T18:58:52.141-07:00विरोध के लिये विरोध करने की आदत न जाने क्या कहलवात...विरोध के लिये विरोध करने की आदत न जाने क्या कहलवाती है मुद्राजी से।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-51739106625550868222012-08-30T18:38:23.928-07:002012-08-30T18:38:23.928-07:00दयानंद पांडेय जी का यह रिपोर्ताज एकदम बोलता हुआ सा...दयानंद पांडेय जी का यह रिपोर्ताज एकदम बोलता हुआ सा है । मैं इससे सहमत हूँ और चकित भी । आश्चर्य इस बात का है कि बिना किसी टेपरिकॉर्डर के अक्षरशः इतना सटीक वह कैसे लिख लेते हैं ? भाई कमाल है । -सुधाकर अदीब । सुधाकर अदीब https://www.blogger.com/profile/06717441364320808324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-85801952149691575572012-08-30T15:26:24.759-07:002012-08-30T15:26:24.759-07:00हिन्दी की महान विभूतियों पर नुक़्ताचीनी करने वाले ...हिन्दी की महान विभूतियों पर नुक़्ताचीनी करने वाले मुद्राराक्षस खुद किस स्तर के साहित्यकार हैं, इसका अन्दाज़ उन्हें शायद अभी तक खुद हुआ नहीं है। Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.com