tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post6506113326792023829..comments2024-03-24T01:16:11.773-07:00Comments on सरोकारनामा: क्या प्रकांड पंडित होना इतना बड़ा पाप है?Editorhttp://www.blogger.com/profile/06419299550917531876noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-68205647744218493962021-07-24T20:31:51.756-07:002021-07-24T20:31:51.756-07:00हिन्दी साहित्य की मजबूत नींव की ईंट...
आखिर पक्ष...हिन्दी साहित्य की मजबूत नींव की ईंट... <br /><br />आखिर पक्षपात क्यों? <br />क्या इससे हिन्दी साहित्य की क्षति नहीं हुई?<br />ज़िम्मेदार कौन? क्या खुद हिन्दी साहित्य जगत? <br />शत शत नमन🙏🙏<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10677015266131817796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-39513543188443639882019-07-25T16:42:56.303-07:002019-07-25T16:42:56.303-07:00शेयर करने के लिए आपका धन्यवाद _/\_शेयर करने के लिए आपका धन्यवाद _/\_Ashok Sharma 'katethiya'https://www.blogger.com/profile/15388654516611940311noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-48968922856678477912016-07-26T08:12:27.757-07:002016-07-26T08:12:27.757-07:00मैने इन विद्वान का नाम पहली बार पढा है. कोशिश करूं...मैने इन विद्वान का नाम पहली बार पढा है. कोशिश करूंगा कि उनकी कोई कृति भी पढूंAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06303691664918849447noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-5612474744089132592016-07-25T23:57:56.482-07:002016-07-25T23:57:56.482-07:00बहुत ही सुंदर आपको पढ़ना आचार्य परशुराम चतुर्वेदी क...बहुत ही सुंदर आपको पढ़ना आचार्य परशुराम चतुर्वेदी को पढ़ने जैसा लगता है। वीर विक्रम बहादुर मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/14019376042961778219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-49477340663529301662013-02-15T09:48:21.183-08:002013-02-15T09:48:21.183-08:00बहुत अच्छा लगा इस लेख को बांचकर। आचार्य परशुराम के...बहुत अच्छा लगा इस लेख को बांचकर। आचार्य परशुराम के बारे में जानकारी भी मिली। अनूप शुक्लhttp://hindini.com/fursatiyanoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-89645222185986112942013-02-14T04:32:33.718-08:002013-02-14T04:32:33.718-08:00पंडित जी को पढ़ा मैंने भी नहीं है। ये मेरे लिए जि...पंडित जी को पढ़ा मैंने भी नहीं है। ये मेरे लिए जितनी इमानदार स्वीकारोक्ति है उतनी ही लानत भी। फिर भी इस पोस्ट को पढने के बाद उन्हें पढने, समझने और गुनने की प्रबल इच्छा है। बहुत अच्छा लिखा है, और प्रभावी भी mai... ratnakarhttps://www.blogger.com/profile/06401132634460924460noreply@blogger.com