tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post5926018180148034640..comments2024-03-24T01:16:11.773-07:00Comments on सरोकारनामा: अम्मा के नीलकंठ विषपायी होने की अनंत कथाEditorhttp://www.blogger.com/profile/06419299550917531876noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-60987802208042524352021-05-10T05:26:25.832-07:002021-05-10T05:26:25.832-07:00सभी माताओं को समर्पित बेहतरीन संस्मरण। साधुवाद 🙏
...सभी माताओं को समर्पित बेहतरीन संस्मरण। साधुवाद 🙏<br /> बच्चा जब कोई गलती करता था तब वह मां का ही होता है और दोषारोपण मां पर।Madhuhttps://www.blogger.com/profile/14496050708757450076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-75166599713456377442021-05-10T05:26:14.225-07:002021-05-10T05:26:14.225-07:00सभी माताओं को समर्पित बेहतरीन संस्मरण। साधुवाद 🙏
...सभी माताओं को समर्पित बेहतरीन संस्मरण। साधुवाद 🙏<br /> बच्चा जब कोई गलती करता था तब वह मां का ही होता है और दोषारोपण मां पर।Madhuhttps://www.blogger.com/profile/14496050708757450076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-43284080502877532592021-05-09T08:15:14.484-07:002021-05-09T08:15:14.484-07:00आपकी लेखनी और " अम्माजी " को सादर नमन..
...आपकी लेखनी और " अम्माजी " को सादर नमन..<br />माँ तो बस्स " माँ " होती हैं..🙏🙏🙏SHRI HARI WANIhttps://www.blogger.com/profile/13416226645855231062noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-13188287856565031602021-05-09T07:18:00.355-07:002021-05-09T07:18:00.355-07:00 शब्द नही है इतने मार्मिक लेख की विशेषता व्यक्त कर... शब्द नही है इतने मार्मिक लेख की विशेषता व्यक्त करने के लिये , माँ को कोटि कोटि नमन और लेखनी को भी।<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13990712772198484819noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-61634955852824813072018-04-09T04:31:14.867-07:002018-04-09T04:31:14.867-07:00कथा की तरह अपनी श्रीमती जी को भी सुनाया पूरा पढ़कर।...कथा की तरह अपनी श्रीमती जी को भी सुनाया पूरा पढ़कर। आनंद आ गया।Hayat Singhhttps://www.blogger.com/profile/15067343890545953656noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-26720659671144079552017-05-14T03:47:22.110-07:002017-05-14T03:47:22.110-07:00सजीव .....आपने एक कथा लिख थी माँ के ऊपर... गांव से...सजीव .....आपने एक कथा लिख थी माँ के ऊपर... गांव से निकल कर हर उस बालक की कथा ...जो आज भी माँ को याद कर रोता हैAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06123548950941692435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-58741281728892552202017-05-14T01:00:47.346-07:002017-05-14T01:00:47.346-07:00मार्मिक!मार्मिक!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00208451732986787009noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-42599171199991924082014-09-05T10:15:29.129-07:002014-09-05T10:15:29.129-07:00SNEH ,SAMMAN AUR SAMVEDNA SE PARIPURNA LEKH AANAN...SNEH ,SAMMAN AUR SAMVEDNA SE PARIPURNA LEKH AANAND AA GAYA SIR JISwatantra Jan Samacharhttps://www.blogger.com/profile/07586248171918924224noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-45987122172994628422014-07-23T01:29:22.180-07:002014-07-23T01:29:22.180-07:00उन अम्मा जी को सादर प्रणाम। उन अम्मा जी को सादर प्रणाम। babahttps://www.blogger.com/profile/05606419019989276500noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-25636535533321711682014-05-13T04:49:53.131-07:002014-05-13T04:49:53.131-07:00दरअसल, आ्रप के पास लिखने को है, कुछ नहीं बहुत कुछ,...दरअसल, आ्रप के पास लिखने को है, कुछ नहीं बहुत कुछ, क्योंकि आप एक संवेदनशील लेखक हैं तो जाहिर है किसी सामान्य माँ के बेटे तो नहीं होंगे न ! Great sir jidr.mukeshhttps://www.blogger.com/profile/09384919774357691223noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-41599611331364139012014-05-12T06:20:07.107-07:002014-05-12T06:20:07.107-07:00बहुत बढि़या लिखा है आपने पांड़ेजी
दिल विभोर हो गया...बहुत बढि़या लिखा है आपने पांड़ेजी<br />दिल विभोर हो गया।<br /><br />कुमार सौवीरकुमार सौवीरhttps://www.blogger.com/profile/15531218357005615810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-24014131477863806562014-05-11T13:14:19.454-07:002014-05-11T13:14:19.454-07:00मातृ-दिवस पर लिखे आपके इस सुंदर संस्मरण (लेख) में ...मातृ-दिवस पर लिखे आपके इस सुंदर संस्मरण (लेख) में आपकी माँ के प्यार, त्याग, गुस्सा व उसके भोलेपन को पढ़कर मन विभोर हो उठा l ये लेख एक बेटे का अपनी माँ के लिये अटूट प्यार और एक माँ के लिये सुंदर उपहार है l <br />आपको मातृ-दिवस की ढेरों शुभकामनायें lShanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.com