tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post3539754570494769734..comments2024-03-24T01:16:11.773-07:00Comments on सरोकारनामा: अंधेरे सवालों के उजले जवाबEditorhttp://www.blogger.com/profile/06419299550917531876noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-33805645575327973912014-05-24T10:37:14.426-07:002014-05-24T10:37:14.426-07:00>> इस में वे इस विषय पर चिंतित दिखते हैं कि ...>> इस में वे इस विषय पर चिंतित दिखते हैं कि क्या पता 2025 तक हमारी लोकभाषाएं एक-एक कर अपने प्राण छोड़ती जाएं।<br /><br />हम भाषा के संरक्षण के बारे में इतना चिंतित क्यों होना चाहिए ... .... समय गतिशील है ..... भाषाओं और कई संस्कृतियों में कई आते हैं और बहुत से चले गए हैं ... जानवरों की कई प्रजातियों भी खतरे में हैं .... क्या हम कभी उनके बारे में इतना परेशान हुए ? subuhinoreply@blogger.com