tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post1973134348404153058..comments2024-03-24T01:16:11.773-07:00Comments on सरोकारनामा: बर्फ़ में फंसी मछलीEditorhttp://www.blogger.com/profile/06419299550917531876noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-77366689270837075942023-06-07T01:39:47.134-07:002023-06-07T01:39:47.134-07:00Very emotional story Very emotional story Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-73187828303093458132021-05-28T23:37:25.094-07:002021-05-28T23:37:25.094-07:00कहानी का शीर्षक देखकर ही महसूस हुआ कि कोई स्त्री ह...कहानी का शीर्षक देखकर ही महसूस हुआ कि कोई स्त्री है जो छटपटा रही है लेकिन उसको प्राणवायु प्राप्त नहीं हो प् रही हैं,सही मात्रा में|तकनीकी प्रेम लिखते लिखते आपने जो शाश्वत प्रेम की घटना लिखी है, उसको पढ़ते हुए लगा कहानी में प्राण भर दिए हों आपने....आपके विपुल लेखन पर कुछ कहना निश्चित ही सूरज को दीपक दिखाने जैसा है| सादर नमन कल्पना मनोरमा (Kalpana Manorama)https://www.blogger.com/profile/13345346701490294800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-28215978548978363072021-01-16T09:41:56.368-08:002021-01-16T09:41:56.368-08:00प्रणाम गुरु जी प्रणाम गुरु जी Suraj Sharma https://www.blogger.com/profile/05195380426461264553noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-31308293224308152352018-07-31T02:41:07.672-07:002018-07-31T02:41:07.672-07:00शानदारशानदारपवनnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-83880282809734321832018-07-31T00:36:14.090-07:002018-07-31T00:36:14.090-07:00ये पहली कहानी है, आपकी लिखी हुई, जो मैंने पूरी पढ़ी...ये पहली कहानी है, आपकी लिखी हुई, जो मैंने पूरी पढ़ी, और एक सिटिंग में खत्म की है..विभोर हूँ.��<br />Swapnilhttps://www.blogger.com/profile/04691435492451669498noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-28802211309065119312017-03-04T23:50:39.731-08:002017-03-04T23:50:39.731-08:00अच्छी कहानी। शारीरिक आवश्यकताओं का सच्चा दस्तावेज...अच्छी कहानी। शारीरिक आवश्यकताओं का सच्चा दस्तावेज है लेकिन मन और प्रेम की छटा तो अद्भुत है जिसके लिए कोई किसी से तब मिल<br />ने जा रहा है जब मालूम है कि इसके बाद एक असमाप्त शून्य है। सुन्दर। हार्दिक बधाई प्रज्ञा पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/03650185899194059577noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-74807766008461128852014-01-10T14:00:10.722-08:002014-01-10T14:00:10.722-08:00सबक देने वाली कहानी l जो लोग प्यार शब्द का असली मत...सबक देने वाली कहानी l जो लोग प्यार शब्द का असली मतलब ना समझ कर उसके पीछे भागते रहते हैं, उन पर इंगित करती हुई इस कहानी के लेखन पर आपको बधाई l<br />Shanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-64814484382770919842013-06-04T04:29:00.805-07:002013-06-04T04:29:00.805-07:00निःशब्द हूँ .एक सांस में पढ़ गयी .साइबर स्पेस के स...निःशब्द हूँ .एक सांस में पढ़ गयी .साइबर स्पेस के सच और झूठ के साथ मन को छू लेने वाली कहानी . साधुवाद .Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07599612649164484855noreply@blogger.com