tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post3182065381529115827..comments2024-03-24T01:16:11.773-07:00Comments on सरोकारनामा: हमारे डियर गौतम चटर्जी के साथ लेकिन ऐसे ही हैEditorhttp://www.blogger.com/profile/06419299550917531876noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-72133718782182277552016-08-17T19:53:51.425-07:002016-08-17T19:53:51.425-07:00Happy birth day gautam ji ko aur aapko bhi ...Happy birth day gautam ji ko aur aapko bhi ...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03088663223816845703noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-45171084704804664542016-08-17T19:53:40.212-07:002016-08-17T19:53:40.212-07:00Happy birth day gautam ji ko aur aapko bhi ...Happy birth day gautam ji ko aur aapko bhi ...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/03088663223816845703noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-88634363418393178242014-08-24T01:01:14.942-07:002014-08-24T01:01:14.942-07:00क्या बात है दयानन्द जी गौतम पर इतना बढ़िया काव्यात्...क्या बात है दयानन्द जी गौतम पर इतना बढ़िया काव्यात्मक आख्यान क्या बात है ? गौतम जी को तो उपहार मिल गया बहुत याद आती पुराने दिनो की उनका नंबर एसएमएस कर दे तो बात हो जाय । Shyamsutahttps://www.blogger.com/profile/11037302980230679725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-78030516149671972252014-08-19T02:04:19.164-07:002014-08-19T02:04:19.164-07:00अरे ...कितने सारे रूप इस मौसम के .....सोरी रे बाबू...अरे ...कितने सारे रूप इस मौसम के .....सोरी रे बाबू मोशाय ..जाने क्या क्या बोल गयी ..कितना छुपा रुस्तम ये ..है ना पांडे जी !!!भीशोन सुन्दोर !!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07599612649164484855noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-46681745285903785672014-08-18T04:06:26.915-07:002014-08-18T04:06:26.915-07:00मेरा एक साथी था। वो अपने नाम के आगे ‘गगन’ लिखा करत...मेरा एक साथी था। वो अपने नाम के आगे ‘गगन’ लिखा करता था। मैं उसको गौतम चटर्जी ‘मगन’ कहने लगा तो उसने गगन लिखना बंद कर दिया। मैं उससे कहा करता था कि तुम घनचक्कर हो, तुम्हारा लिखा आम आदमी को समझ नहीं आता। यह जान का चकित हूं कि वो गणित में डाक्टर है। वो गणित का झोलाछाप डॉक्टर तो नहीं? वैसे असली वाला भी हो तो आश्चर्य नहीं, गणित वाले तो घनचक्कर होते ही हैं।rajivhttps://www.blogger.com/profile/10917588871855963207noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-53006833807543579322014-08-18T00:15:25.438-07:002014-08-18T00:15:25.438-07:00बहुत अच्छी याद !
गौतम जी गज़ब इंसान हैं. उनके पास ...बहुत अच्छी याद !<br /><br />गौतम जी गज़ब इंसान हैं. उनके पास इस दुनिया के भीतर एक दुनिया है. उनका ज्ञान उन्हें कभी बेसुरा नहीं होने देता. कितनों को उन्होने आपसी बैठक में या फोन पर कुछ समझाया और वही समझाईश कभी किसी किताब की थीम, किसी किताब की भूमिका या कभी कभी तो पूरी किताब ही बन गई है. आपको ताज्जुब होता है जब सोनारपुरा की चाय दुकान पर बैठकर वो सत्यजीत राय से अपनी मुलाकात के बारे में बताते हैं. चन्दनhttps://www.blogger.com/profile/06676248633038755947noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2753140813004207827.post-41416489605556538572014-08-17T23:33:52.657-07:002014-08-17T23:33:52.657-07:00हैपी वर्थ डे बाबू मोशाय़।हैपी वर्थ डे बाबू मोशाय़।कामता प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/10017796675691176190noreply@blogger.com